कल रात फिर वह पूछेगा
हर रात हारता हूं मै,
उसके अजीब सवालों से,
हर बार जीतता है वह मुझसे,
अपनी तीखे संवादों से.
वही सवाल कल रात फिर पूछेगा वह .
कल रात फिर वह पूछेगा Read More »
Poetryहर रात हारता हूं मै,
उसके अजीब सवालों से,
हर बार जीतता है वह मुझसे,
अपनी तीखे संवादों से.
वही सवाल कल रात फिर पूछेगा वह .
कल रात फिर वह पूछेगा Read More »
Poetryसुना-सुना सा लगता है, कुछ सुने बिना, एक दूसरे के चाहत को नजरअंदाज करते हैं, चलो तकरार करते हैं . प्रेम में तकरार जरुरी है.
चलो, तकरार करते हैं Read More »
Poetryसुबह का खूबसूरत सूरज,
रात में किन रास्तों से गुजरता है,
उस सफ़र का एक झलक भी चाहिए,
आप से बात करने के लिए,
जिरह नही,
कुछ वज़ह चाहिए ..
आप इंजिनियर हो तो
इसे दिखना चाहिए
आप के बातों में, संवादों में
निर्णय और इरादों में
तस्वीर एक इंजीनियर का
उभरना चाहिए
आप इंजीनियर हो, इसे दिखना चाहिए Read More »
Poetryमुश्किल है चेहरे को समझना, किसी पहेली की तरह,
कुछ पुरुषों के अंदर, एक जानवर छुपा होता है, मगरमच्छ की तरह.
(यह कविता आदमी के अन्दर छुपे जानवर को दर्शाती है..)
कुछ पुरुषों के अंदर Read More »
Poetryयह कविता सेवानिवृत हो रहे उन कर्मठ कर्मचारियों को समर्पित है जो अपनी जिन्दगी के बेहतरीन समय अपने संगठन को समर्पित किये और एक नयी ऊँचाई दिया.