समान्तर रेखाएं
कुछ ऐसे रिश्ते होते है जो न आगे बढ़ते हैं और न पीछे हटते हैं. ऐसे रिश्ते एक निश्चित दूरी पर स्थिर बने रहते है. ” समान्तर रेखाएं ” उन्ही रिश्तो का चित्रण है.
कुछ ऐसे रिश्ते होते है जो न आगे बढ़ते हैं और न पीछे हटते हैं. ऐसे रिश्ते एक निश्चित दूरी पर स्थिर बने रहते है. ” समान्तर रेखाएं ” उन्ही रिश्तो का चित्रण है.
दो व्यक्तियों के बीच एक प्राकृतिक रिश्ता बन जाता है किन्तु समाज इसकी स्वीकृति नहीं देता. प्रेमी रिश्तों की बंदिश से निकालने के लिए जीवन भर फडफडाते रहते है.
कुछ लोग बचपन और जवानी में ही वैराग्य की ओर मुड़ जाते हैं. उन्हें हिदायत देती यह कविता:
” अभी, उम्र से आगे क्यों हो, थोड़ा पीछे रहा करो. “
बहुत मुश्किल होता है, कुछ कविताओं को समझ पाना. विशेषकर कुछ उन, महान कवियों की रचनाएं जिनका भाव सिर्फ वही समझते है.
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Poetry मै आज के लिए नहीं, कल के लिए परेशान हू.
वो कल, जब बुढापा बन कर आएगा,
मुझे मेरी जवानी का एक तस्वीर दिखयेगा..
कल के लिए परेशान हूं Read More »
Poetryकुछ सामान छोड़ जाओ,
मैं जी लूंगी उसके आस पास
रिश्तों को सांसों की जरूरत होती है,
वो सांसें उन सामानों से मिलती रहेगी..