INSIDE ME

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

यात्रा तो शुरू करो, रास्ते मिल ही जायेंगें -- आर.पी.यादव

तुम्हारा हर एक दिन, एक जीवन के समतुल्य है -- आर.पी.यादव

सूर्यास्त होने तक मत रुको, चीजें तुम्हे त्यागने लगे, उससे पहले तुम्ही उन्हें त्याग दो -- रामधारी सिंह दिनकर

हर परिस्थिति में एक खुबसूरत स्थिति छुपी होती है --आर पी यादव

कोई होता है मेरे आस-पास

खिचता है अपनी तरफ वह किसी अदृश्य डोर से,
बदल जाती हैं दिशाएं न जाने किस मोड़ से..
(प्यार की प्रारंभिक एहसास को चित्रित कराती कविता )

कोई होता है मेरे आस-पास...

कोई होता है मेरे आस-पास
 

अक्सर,
कोई होता है मेरे आस- पास
पर दिखाई नहीं देता,
खिचता है अपनी तरफ वह
किसी अदृश्य डोर से,
बदल जाती हैं दिशाएं
न जाने किस मोड़ से,
आवाज़ आती है उसकी
कुछ कहने की
इस शहर के शोर में
वो सुनाई नहीं देता,
अक्सर,
कोई होता है मेरे आस-पास
पर दिखाई नहीं देता….

कुछ अधूरा सा लगता है
हर वो लम्हा जिसमे
उसका आभास  न हो,
कुछ खाली सा लगता है
हर वो महफ़िल जिसमे
उसकी आग़ाज न हो,
बेअर्थ हो जाती है सारी तैयारियाँ
जिसमे उनकी फरमाईस न हो,
हुआ करता है
कुछ संवाद हमारे बीच
नाज़ुक रिस्तो को लेकर,
समाधान किसी मोड़ पर
दिखाई नहीं देता,
अक्सर,
कोई होता है मेरे आस-पास
पर दिखाई नहीं देता…

       ★★★

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