INSIDE ME

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

यात्रा तो शुरू करो, रास्ते मिल ही जायेंगें -- आर.पी.यादव

तुम्हारा हर एक दिन, एक जीवन के समतुल्य है -- आर.पी.यादव

सूर्यास्त होने तक मत रुको, चीजें तुम्हे त्यागने लगे, उससे पहले तुम्ही उन्हें त्याग दो -- रामधारी सिंह दिनकर

हर परिस्थिति में एक खुबसूरत स्थिति छुपी होती है --आर पी यादव

Poetry

बचपन का शहर

बचपन का शहर

आज रात,
बर्षों बाद देखा था
उस चाँद को,
जिससे रिश्ता है
बचपन की यादों का,
अनोखा अनुभव है
साथ गुजरे रातों का..
(बचपन की यादों पर आधारित एक बेहद भावपूर्ण कविता)

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