INSIDE ME

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

यात्रा तो शुरू करो, रास्ते मिल ही जायेंगें -- आर.पी.यादव

तुम्हारा हर एक दिन, एक जीवन के समतुल्य है -- आर.पी.यादव

सूर्यास्त होने तक मत रुको, चीजें तुम्हे त्यागने लगे, उससे पहले तुम्ही उन्हें त्याग दो -- रामधारी सिंह दिनकर

हर परिस्थिति में एक खुबसूरत स्थिति छुपी होती है --आर पी यादव

Author name: Insideme.in : RP Yadav

मृगतृष्णा

मृगतृष्णा

क्यों उम्मीद रखते हो उसके आने की,
जो तुम्हारे हिस्से में नहीं आती,
निगाहें क्यों मिलाते हो उन सितारों से
जिनकी रोशनी तुम्हारे दरवाज़े तक नहीं आती…
मृगतृष्णा — एक कविता जो उन अधूरी इच्छाओं और भ्रमों की बात करती है, जो जीवन में हमें कभी संतुष्ट नहीं होने देतीं, बस दौड़ाते रहती हैं.

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Poetry
बचपन का शहर

बचपन का शहर

आज रात,
बर्षों बाद देखा था
उस चाँद को,
जिससे रिश्ता है
बचपन की यादों का,
अनोखा अनुभव है
साथ गुजरे रातों का..
(बचपन की यादों पर आधारित एक बेहद भावपूर्ण कविता)

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Poetry
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