INSIDE ME

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

यात्रा तो शुरू करो, रास्ते मिल ही जायेंगें -- आर.पी.यादव

तुम्हारा हर एक दिन, एक जीवन के समतुल्य है -- आर.पी.यादव

सूर्यास्त होने तक मत रुको, चीजें तुम्हे त्यागने लगे, उससे पहले तुम्ही उन्हें त्याग दो -- रामधारी सिंह दिनकर

हर परिस्थिति में एक खुबसूरत स्थिति छुपी होती है --आर पी यादव

वजह क्या है ?

व्यक्ति के भविष्य का बदलाव उसके वर्तमान दिन के बदलाव पर निर्भर करता है. यह जानते हुए भी हम अपनी वर्तमान को बदल नहीं पाते है. इसका वजह क्या है ?

वजह क्या है ?

वजह क्या है

हर दिन का एक ही हाल है   
जैसा कल था, वैसा ही आज है
हर सुबह,
इसे बदलने का शपथ लेता हूँ
हर रात,
पुराने ही लिबास में पाता हूँ
अब प्रश्न यह है कि,
इस स्थिरिता का रहस्य क्या है
दोनों नही बदलते या 
दोनों बदल जाते हैं
अन्तराल शून्य का
वजह क्या है ?

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