वह समझता है, मैं सो रही हूँ.

हर रात,
सोने से पहले,
कोई मिलता है मुझसे
और,
अनगिनत सवालों का
एक सूची थमा जाता है.
सपनें,
उन्ही सूचियों के वस्त्र पहनकर
रात भर डराते हैं
दर्द से जगाते हैं,
बंद आँखों और बेतरतीब बदन देखकर
वह समझता है
मैं सो रही हूँ…
…