INSIDE ME

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

यात्रा तो शुरू करो, रास्ते मिल ही जायेंगें -- आर.पी.यादव

तुम्हारा हर एक दिन, एक जीवन के समतुल्य है -- आर.पी.यादव

सूर्यास्त होने तक मत रुको, चीजें तुम्हे त्यागने लगे, उससे पहले तुम्ही उन्हें त्याग दो -- रामधारी सिंह दिनकर

हर परिस्थिति में एक खुबसूरत स्थिति छुपी होती है --आर पी यादव

अधूरापन

अधूूरापन, सक्रियता को जीवित रखता है. जीवन को संयमित रखता है. महान गीतकार, संगीतकार, गायक श्री रविन्द्र जैन जी इसके उदहारण हैं.

अधूरापन ...

अधूरापन

अधूरापन, 
जीवन को अर्थपूर्ण  बनाता है
एक उम्मीद बनी रहती है
कुछ सुन्दर होने  की
उत्साह, उत्सुकता और इंतजार
बना रहता है
जीने की वजह बरक़रार रहता है…

अधूरापन, 
सक्रियता को जीवित रखता है
जीवन को संयमित रखता है
समय का दुरपयोग नही होता 
व्यक्ति अनायास नही सोता 
वह सतर्क और उर्जित रहता है 
परिश्रम करता है और
प्रफ्फुलित रहता है …
 
पूर्णता, 
संभावनाओं को खत्म करता हैं
जीवन को अर्थहीन कर देता है 
निष्क्रियता को जन्म देता है
व्यक्ति को आलसी बनाता है
जीवन में नीरसता लाता है… 
 
अधूरापन, 
जीवन यात्रा का मन्त्र है 
पूर्णता, उस यात्रा का अंत है
हम भ्रमित है संतुष्टी से 
विचलित है मंजिल से 
पूर्णता, विराम है रुक जाने का 
अधूरापन,  यात्रा है आगे जाने का  
पूर्णता आत्मसमर्पण  है 
अधूरापन,  समुद्र मंथन है …
         
                      ***

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