INSIDE ME

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

यात्रा तो शुरू करो, रास्ते मिल ही जायेंगें -- आर.पी.यादव

तुम्हारा हर एक दिन, एक जीवन के समतुल्य है -- आर.पी.यादव

सूर्यास्त होने तक मत रुको, चीजें तुम्हे त्यागने लगे, उससे पहले तुम्ही उन्हें त्याग दो -- रामधारी सिंह दिनकर

हर परिस्थिति में एक खुबसूरत स्थिति छुपी होती है --आर पी यादव

तेरा अक्स नजर आता है

इन अक्षरों में तेरा अक्स नज़र आता है, दूर ही सही हर लम्हा मेरे करीब नज़र आता है.
(कुछ मित्र ऐसे होते है जो दूर रहकर भी मित्रता की परिभाषा को साबित कर देते है )

तेरा अक्स नजर आता है ...

तेरा अक्स नजर आता है

इन अक्षरों में तेरा
अक्स नज़र आता है,
दूर ही सही हर लम्हा
मेरे करीब नज़र आता है,
कुछ दिया था तुमने कभी
उसे संभाल भी न पाया,
कुछ और न दे मेरे दोस्त
तुम्हारा हर दौलत,
अपना नज़र आता है
मेरे घर के दीवारों पर
तेरा अक्स नजर आता है …

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