INSIDE ME

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

यात्रा तो शुरू करो, रास्ते मिल ही जायेंगें -- आर.पी.यादव

तुम्हारा हर एक दिन, एक जीवन के समतुल्य है -- आर.पी.यादव

सूर्यास्त होने तक मत रुको, चीजें तुम्हे त्यागने लगे, उससे पहले तुम्ही उन्हें त्याग दो -- रामधारी सिंह दिनकर

हर परिस्थिति में एक खुबसूरत स्थिति छुपी होती है --आर पी यादव

सपनों की स्वतंत्रता

सपनों की स्वतंत्रता एक कविता है जो यह बताती है कि व्यक्ति जिन भावनाओं को चेतन अवस्था में नहीं व्यक्त पाता वह सपने में व्यक्त हो जाती हैं .

सपनों की स्वतंत्रता ...

सपनों की स्वतंत्रता

कुछ तो रिश्ता होगा उनसे,
जो अक्सर सपनों में आते हैं।
कुछ बातें जो दिन में,
बयां नहीं होतीं,
सपनों में आकर,
उन बातों को कह जाते हैं।

कुछ वजह तो होगी
उन तारों के जुड़ने की,
जो अपनों को सपनों में,
दूर से करीब लाती हैं,
जिन आँखों के सामने
हम ठहर नहीं पाते,
वो आकर मेरे कमरे में,
चुपके से बैठ जाती हैं।

कुछ लम्हें तो होंगीं
उनके भी जीवन में,
जो इन सपनों को बनातीं हैं,
उस पल की परिधि में रखी,
हमारी रिश्तों की तस्वीरें,
ख़्वाबों की दुनिया में
ज़िंदा हो जातीं हैं।

कुछ तरंगें तो होंगीं
हम दोनों के बीच,
जो चेतन की भावनाओं को
सपनों में ले जातीं हैं,
अतृप्त भावनाओं की,
परतंत्र अभिव्यक्तियाँ,
सपनों की स्वतंत्रता में
व्यक्त हो जाती हैं।

 

           ★★★

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