INSIDE ME

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

निशान

अक्सर, 
एक निशान छोड़ जाता है वह,
मेरे निशान के आस पास ....

( पनपते रिश्तों पर एक भावपूर्ण कविता. )

निशान

                                        
अक्सर, 
एक निशान छोड़ जाता है वह,
मेरे निशान के आस पास,
इस उम्मीद में कि
ये दोनो निशान आपस में
कुछ बातें करेंगे,
जजबातों का संचार करेंगे
रिश्तों का निर्माण करेंगे
हम दूर होकर भी
उन निशानियों के घेरे में
निवास करेंगे …

                  ***               

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