INSIDE ME

हर आदमी के अंदर,
एक और आदमी रहता है ...

यात्रा तो शुरू करो, रास्ते मिल ही जायेंगें -- आर.पी.यादव

तुम्हारा हर एक दिन, एक जीवन के समतुल्य है -- आर.पी.यादव

सूर्यास्त होने तक मत रुको, चीजें तुम्हे त्यागने लगे, उससे पहले तुम्ही उन्हें त्याग दो -- रामधारी सिंह दिनकर

हर परिस्थिति में एक खुबसूरत स्थिति छुपी होती है --आर पी यादव

जन्मदिन

क्या होता है ये जन्मदिन ? एक तारीख, जो यह बताता है कि हमारे जिंदगी के कितने पृष्ठ निकल चुके है और उन पृष्टों में कितने कोरे है, कितने गोरें है, कितने काले है...

जन्मदिन

जन्मदिन

क्या होता है ये जन्मदिन ?
एक तारीख,
जो यह बताता है कि
हमारे जिंदगी के
कितने पृष्ठ निकल चुके है
उन पृष्टों में
कितने कोरे है,
कितने गोरें है,
कितने काले है
किस पृष्ठ में क्या अंकित है
कौन सा पृष्ठ निर्दोष
कौन सा कलंकित है …

जन्मदिन यह नही बताता
जिंदगी की किताब
अभी कितनी अधूरी है
कितने पृष्ठ शेष है
क्या लिखना अवशेष है
अग्रिम यात्रा कैसी होगी
ऊंची होगी या नीची होगी
मीठी होगी या खट्ठी होगी
आगे के पन्नो में
रहस्यों का खेल है
हम जीतेंगे या हारेगें
ये कर्मों का मेल है …

जन्मदिन, एक तारीख है
मूल्यांकन का
खर्च हुए वक्त का,
किसी पल के सदुपयोग का
किसी पल के दुरुपयोग का
किसी पल के अर्थ का
किसी पल के अनर्थ का,
शायद इसी आधार पर
अग्रिम उम्र का निर्णय होगा
किसी नए सृष्टि से प्रणय होगा,
उम्र लंबी हो हर शख़्स की
यह एक अभिलाषा है,
जन्मदिन की बधाईयों से
मिलती यही परिभाषा है …

          ★★★

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top